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रविवार, 15 अगस्त 2010
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काश !
काश ! कुछ ऐसा हुआ होता , तुम्हें भी किसी से प्यार हुआ होता , जिस तरह तुमसे मिलने को तरसता हूँ मै , तुम्हें भी उसी आग में जलना होता.... ...
जिंदा तो रहूँ पर जिन्दा नहीं.........
जिंदगी ये आजकल किस मोड़ पर ले आई मुझे, रिश्तों के बंधन में बंधा था , मैं कल तलक क्यों आज कोई अपनाता नही मुझे। इस हाल में हूँ आज मैं , ...
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तेरे शहर में आने का ,जब भी मिला मौका मुझे , ढूंढा मैंने, तुझसे मुलाकात का ,कोई न कोई अवसर । बस, तेरी एक झलक पा लेने को मचल उठता है ये दिल, औ...
"प्रेरणा"
याद आती हो जब तुम अकेले में मुझे , रुलाती है तेरी वो प्यार भरी बातें , वो दौड़ के कहना आ छूले। अक्सर ख़याल आता है दिल में , तुम इतनी दूर क्यो...
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सुबह-सुबह दरवाजे पर दस्तक सुनाई दी , उठकर दरवाजा खोला तो सामने तुम दिखाई दी , तुम धीरे से मुस्करायी और अन्दर आई , आगे बढ़कर तुम्हें जब गले ल...
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काफी देर से वो वहां खड़ी थी, जाने क्यों मुझे निहार रही थी, कभी हंसती कभी मुस्कराती, मंद मंद कुछ गुनगुनाती, मैंने! पहले इधर उधर देखा, मौका ता...
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हेल्लो दोस्तों, आज मैंने ये कविता नाम से ब्लॉग की शुरुआत की है .आप यहाँ पर अपनी कविताये ,लेख आदि अपने विचार यहाँ पर मेरे साथ बाँट सकते हैं.
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